One Year of Kisan Andolan: शुक्रवार 26 नवंबर 2020 को कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसानों ने आंदोलन शुरू किया था, इसे अब एक साल हो गए हैं. इस मौके पर किसान संगठनों (Samyukt Kisan Morcha) ने देशभर में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है.
पंजाब, यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, पं. बंगाल, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में किसान पैदल और ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं और प्रशासन को ज्ञापन दे रहे हैं. किसानों के साथ कई जगहों पर ट्रेड यूनियन भी शामिल है.
आंदोलन के एक साल पूरे होने के मौके पर देशभर से किसान दिल्ली की सीमाओं पर भी बड़ी तादाद में पहुंचे हैं, सिंघु बॉर्डर पर बड़ी तादाद में किसानों का जमावड़ा है. किसान नेताओं ने साफ कर दिया है कि उनकी छह में से केवल एक मांग मानी गई है और जब तक सभी मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. राकेश टिकैत ने MSP कानून पर जोर दिया और कहा कि इसे लेकर सरकार को कानून बनाना ही होगा.
वहीं किसान नेता दर्शन पाल ने कहा है कि आंदोलन के पहले दिन से MSP और इलेक्ट्रिसिटी बिल की वापसी की मांग हम करते रहे हैं. उन्होंने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक शनिवार को होगी जिसमें आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा होगी.
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी. केंद्रीय कैबिनेट ने भी औपचारिक तौर पर तीनों कानूनों को निरस्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी हैै.
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