दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली अपने तय कार्यक्रम से काफी भटकी दिखी. इस दौरान बहुत से किसान राजधानी दिल्ली में घुस आए, बैरिकेड्ट कई जगह तोड़े गए और झड़प भी देखी गई. किसान नेताओं पर आरोप लग रहे हैं कि इस दौरान वो नजर नहीं आए. अब संयुक्त किसान मोर्चा का बयान आया है, इसमें कहा गया है- रूट तोड़ने और हिंसा करने की घटनाएं हमें मंजूर नहीं और ऐसे सभी लोगों से हम खुद को अलग करते हैं. हमारी तमाम कोशिशों के बावजूद कुछ असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की, हिंसा हमें कतई मंजूर नहीं. ये कहते हुए संयुक्त किसान मोर्चा ने परेड वापस लेने का भी ऐलान कर दिया, हालांकि वैसे भी किसान परेड शाम 5 बजे खत्म होनी थी.
वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि हमें पता है कि कुछ राजनीतिक दल के लोग किसान परेड में शामिल होकर और हंगामा खड़ा कर के हमारे आंदोलन को बदनाम करना चाहते हैं.