Lakhimpur Kisans Mowed: यूपी के लखीमपुर में किसानों को केंद्रीय मंत्री के बेटे द्वारा कथित तौर पर कुचले जाने का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. दो वकीलों ने CJI एनवी रमना को चिट्ठी लिख कर मांग की है कि इस घटना की न्यायिक जांच सुप्रीम कोर्ट (SC) की निगरानी में CBI से एक तय समय सीमा में कराई जाए. यही नहीं आरोपी मंत्री को बर्खास्त किया जाए और उनके पुत्र जिनपर किसानों को अपनी गाड़ी से कुचलने का आरोप है उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सजा दी जाए. कोर्ट से ये भी अपील की गई है कि वो गृह मंत्रालय और राज्य पुलिस को इस बारे में कार्रवाई करने का निर्देश दे.
आपको बता दें कि यूपी के लखीमपुर में रविवार दोपहर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य सरकारी कार्यक्रम के बाद मंत्री टेनी के गांव जा रहे थे. किसानों ने इनके शांतिपूर्ण विरोध की कॉल दी थी. दोपहर करीब ढाई बजे केंद्रीय मंत्री टेनी के गांव से 4 किमी पहले तिकुनिया गांव में मंत्री के काफिले की 3 गाड़ियों ने किसानों को पीछे से रौंद दिया, इसका वीडियो वायरल है. इस घटना में चार किसान कुचल कर मर गए और लगभग एक दर्जन घायल हो गए.
इसके बाद वहां मौजूद किसानों और लोगों ने उन गाड़ियों को आग लगा दी और उनके दो ड्राइवरों को वहीं मार डाला. इसके अलावा बीजेपी के दो और कार्यकर्ताओं की भी मौत हो गई, हालांकि बाद में इनमें से एक स्थानीय पत्रकार निकला लेकिन उसकी मौत गाड़ी से कुचले जाने की वजह से हुई.
हादसे के चश्मदीद किसान पिंडर सिंह सिद्धू ने बताया है- "सब माहौल ठीक था, करीब ढाई बजे अजय मिश्र जी का बेटा कुछ गुंडों के साथ आया और जो किसान वहां अपने झंडे लेकर घूम रहे थे उन पर अपनी गाड़ी चढ़ा दी. उनके लड़के ने गोली भी चलाई." हालांकि बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके बेटे आशीष मिश्र ने इन आरोपों से इनकार किया है.
इस मामले में मंत्री के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज हुआ है लेकिन अबतक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.