बीते रविवार को जम्मू में वायु सेना (Jammu Airbase) के अड्डे पर ड्रोन हमले (Drone attack) को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. ड्रोन के जरिए गिराए गए दो बम में लगभग ढाई किलोग्राम RDX और नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था. एक बम में डेढ़ किलोग्राम जबकि दूसरे में एक किलोग्राम आरडीएक्स था. ड्रोन हमले की जांच में जुटे फोरेंसिक एक्सपर्ट ने सोमवार को यह जानकारी दी. इन दोनों विस्फोटकों का मिश्रण काफी तबाही मचाता है. हिंदुस्तान में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ड्रोन हमले के पीछे आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LET) या द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) हो सकता है. इस विस्फोट की जांच राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड यानी NSG की एक विशेष बम स्वाड टीम कर रही है.
रविवार को लगातार दो विस्फोट हुए NIA का मानना है कि ये विस्फोट एक सुनियोजित साजिश था. इस विस्फोट में दो लोग घायल हो गए. साथ ही धमाके ने वायु सेना कर्मियों और कार्यालय भवनों को क्षतिग्रस्त कर दिया.