पैंगोंग लेक से चीनी सेना की वापसी के बीच नॉर्दर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने बड़ी बात कही है. CNN-News18 से बातचीत में लेफ्टिनेंट जनरल ने दावा किया बीते साल 31 अगस्त को भारत और चीन युद्ध के करीब आ गए थे. ऐसा तब हुआ था जब भारत ने कैलाश रेंज के पहाड़ों पर 29 और 30 अगस्त को पांव जमा लिए थे. ये रणनीतिक रूप से मजबूत था. भारत के इस अचानक से लिए गए कदम से चीन परेशान हो गया था. चीनी सेना ने इसके लिए भारत के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिए थे पर हमने संयम बरता. इंटरव्यू के दौरान जनरल जोशी ने गलवान घाटी में चीन की ओर हुई मौतों का आकलन भी किया. उन्होंने ये संख्या करीब 45 बताई. बता दें कि पहली बार है जब भारतीय सेना के किसी बड़े अधिकारी ने चीनी सैनिकों के मरने की संख्या पर बातचीत की है.