इंडियन आर्मी (World Largest Khadi Tiranga)की 57 इंजीनियर रेजीमेंट के डेढ़ सौ जवानों के कंधे पर ये भारत की आन-बान- शान जा रही है. 225 फीट की ऊंचाई और 150 फीट की चौड़ाई वाला ये खादी से बना दुनिया का सबसे बड़ा तिरंगा है, 14 क्विंटल वजनी इस तिरंगे को सेना के जवान लेह में एक पहाड़ की चोटी पर लेकर पहुंचे. जहां इसे फहराया गया. भारतीय सेना के जवान इसे पैदल लेकर ही पहाड़ पर चढ़े और चोटी तक पहुंचने में दो घंटे का वक्त लग गया. इस झंडे का अनावरण लद्दाख के एलजी आरके माथुर और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने किया.
इस दौरान भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को भी राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने के लिए, कार्यक्रम स्थल पर उड़ते देखा गया. इस मौके पर एलजी ने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि हमारा झंडा एकता और मानवता का प्रतीक है.केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने ट्विटर पर इस कार्यक्रम का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि ये बहुत गर्व का क्षण है कि गांधी जी की जयंती पर लेह में दुनिया के सबसे बड़े खादी तिरंगे का अनावरण किया गया.
8 अक्टूबर को एयरफोर्स डे के मौके पर इस झंडे को हिंडन एयरबेस ले जाया जाएगा.