मुंबई तट पर क्रूज में रेव पार्टी पर की गई NCB की रेड अब बेहद संगीन आरोपों के घेरे में है, एनसीपी नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक एनसीबी को लगातार कठघरे में ले रहे हैं. गुरुवार को मलिक ने आरोप लगाया कि एनसीबी वसूली रैकेट चला रही है और फिल्म इंडस्ट्री और महाराष्ट्र सरकार को बदनाम करने के लिए साजिश रच रही है, मलिक ने कहा कि वो जल्द इस नेक्सस का खुलासा करेंगे.
इससे पहले गुरुवार को ही नवाब मलिक ने एक वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में मनीष भानुशाली और किरण पी गोसावी उस रात एनसीबी दफ्तर आते दिखे, जिस रात आर्यन खान और बाकी आरोपियों को हिरासत में लिया गया था. मलिक ने कहा एनसीबी का पूरा ऑपरेशन ही सवालों के घेरे में आ गया है, इसके साथ ही नवाब मलिक ने कई दूसरे भी सवाल उठाए हैं
नवाब मलिक के आरोप
- NCB अधिकारी गिरफ्तारियों की संख्या को लेकर सुनिश्चित क्यों नहीं थे ?
- मनीष भानुशाली और केपी गोसावी की इस ऑपरेशन में क्या भूमिका थी ?
- मनीष भानुशाली और किरण गोसीवी NCB की टीम के साथ क्या कर रहे थे ?
- क्या रेड और गिरफ्तारियों के दौरान कानूनों का पूरी तरह पालन हुआ ?
- क्या ये सच नहीं मनीष भानुशाली पुराना बीजेपी कार्यकर्ता हैं ?
- बीजेपी एनसीबी के जरिए विरोधियों पर निशाना साध रही है
- रेड में बीजेपी कार्यकर्ताओं की मदद ली जा रही है
- क्या इस रेड में NCB ने कानूनों का पालन किया ?
वहीं ऐसे ही सवाल किरण गोसावी को लेकर भी उठे हैं, मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वो खुद को एक प्राइवेट डिटेक्टिव बताता है और उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले हैं, सवाल ये भी उठ रहे हैं कि आपराधिक रिकॉर्ड के लोगों को एनसीबी के ऑपरेशन में शामिल करना कहां तक ठीक है. अपने ऊपर लगे इन संगीन आरोपों पर एनसीबी के डीजी ने कहा है कि भानुशाली और गोसावी स्वतंत्र गवाह हैं और एजेंसी पर लगाए गए आरोप गलत हैं. इस बीच मनीष भानुशाली का जवाब आया है जिसमें वो कहते हैं कि '' मैं बीजेपी के कार्यकर्ता हूं. क्रूज पर होने वाली इस पार्टी की जानकारी मुझे मिली थी, जिसकी जानकारी मैंने एनसीबी को दी थी और एक विटनेस के तौर पर मुझे एनसीबी दफ्तर भी बुलाया गया था. बाकी इस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है. मैं मलिक पर मानहानि का केस करूंगा. उन्होंने इस मामले में मेरे नाम का खुलासा किया है. मुझे सुरक्षा दी जाए''
जाहिर है क्रूज़ रेड का मामला अब राजनीतिक रूप अख्तियार कर चुका है, जिसकी गूंज आने वाले दिनों में सियासी गलियारों में भी सुनाई देगी