गैर कश्मीरियों लगातार बढ़ रहे हमलों के चलते पूरा जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) हाई अलर्ट पर है. 5 अक्टूबर को हुए दोनों हत्याकांड की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) को सौंप दी गई है. इसके अलावा श्रीनगर व दक्षिण कश्मीर के कुलगाम और पुलवामा में 11 इलाकों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजभवन में हुई हाई लेवल मीटिंग में भी घाटी के सुरक्षा हालात की समीक्षा की गई. इसमें CRPF के डीजी (DG), एडीजी (ADG) के अलावा डीजीपी दिलबाग सिंह (DGP Dilbag Singh) समेत अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी मौजूद थे. कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के चलते बीते 30 सालों में पहली बार CRPF की महिला कर्मियों ने लाल चौक में महिलाओं की तलाशी ली. दूसरी तरफ दो दिन के दौरे के लिए आर्मी चीफ नरवणे (Army Chief Naravane) और CRPF डीजी भी जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं.
दरअसल, प्रवासियों पर हो रहे हमलों से लोगों ने पलायन शुरू कर दिया है. लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है. बता दें कि पिछले नौ दिनों में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों का तीन बार आमना-सामना हुआ है. अक्टूबर महीने में ही आतंकियों ने घाटी में 11 नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया है