26 नवंबर को WHO ने ओमिक्रॉन को वेरिएंट ऑफ कंसर्न करार दिया था. तब से लेकर गुरुवार सुबह तक कोरोना का ये नया लेकिन खतरनाक बताया जा रहा है वेरिएंट अबतक 29 देशों में फैल चुका है. इसके करीब पौने चार सौ कन्फर्म केस अबतक दुनियाभर में रिपोर्ट हो चुके हैं.
अबतक की रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ओमिक्रॉन जिसकी पहचान साउथ अफ्रीका में हुई है, ये कोरोना के पिछले दोनों वेरिएंट बीटा और डेल्टा से ज्यादा तेजी से फैलता है. साउथ अफ्रीका और इटली में हुए रिसर्च के बाद WHO ने बताया है कि इस नए वेरिएंट में 45 से 52 म्यूटेशन देखे गए हैं, जबकि भारत में कोरोना की जानवेला दूसरी लहर का जिम्मेदार डेल्टा वेरिएंट में सिर्फ 18 म्यूटेशन थे.
हालांकि इसे लेकर एक चीज अबतक अच्छी रही है, वो ये कि सभी ओमिक्रॉन वेरिएंट वाले मरीजों में लक्षण हल्के दिखे हैं.
लेकिन अब एक बार फिर डॉक्टर्स और सरकार कह रही है कि लोग कोविड प्रोटोकॉल को फॉलो करें और लापरवाह ना बनें. वहीं सरकार के लिए ये जरूरी है कि जल्द से जल्द सभी लोगों का पूर्ण वैक्सीनेशन हो यानि वैक्सीन की दोनों डोज लगे.
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