राफेल डील पर फ्रांसीसी जर्नल मीडियापार्ट के खुलासे के एक दिन बाद देश की सियासत फिर से गर्म हो गई है. शुरुआत कांग्रेस ने की...पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रेस कांफ्रेंस कर सवाल दागे. उन्होंने पूछा कि हम भारत में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के बिना उन्हीं 36 विमानों के लिए 41,205 करोड़ अतिरिक्त क्यों दे रहे हैं? जिसे यूपीए सरकार ने अंतरराष्ट्रीय टेंडर के बाद 526.10 करोड़ रुपये में टैकनॉलाजी ट्रांफर सहित एक राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के लिए बातचीत की थी.
कांग्रेस के इन आरोपों का जवाब देने के लिए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा सामने आए. उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए पूछा कि 2007 से 2012 के बीच दसॉ एविएशन ने एक बिचौलिए को कथित तौर पर 65 करोड़ रुपये दिए. उस समय कांग्रेस की सरकार थी. संबित ने तंज कसते हुए कहा कि अगर INC यानी इंडियन नेशनल कांग्रेस को रिनेम किया जाए और I Need Commission कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी.