pegasus supreme court hearing: संसद के मॉनसून सत्र के दौरान दोनों सदनों में हंगामे और विरोध का सेंटर प्वाइंट बना पेगासस कांड (Pegasus Case) एक बार फिर चर्चा है. सुप्रीम कोर्ट में आज ये फैसला होगा कि मामले में स्वतंत्र जांच होगी या नहीं. चीफ जस्टिस समेत 3 जजों की बेंच ने 13 सितंबर को इस मामले में स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. कोर्ट ने कहा था कि वो केवल ये जानना चाहती है कि क्या केंद्र ने नागरिकों की कथित जासूसी के लिए अवैध तरीके से पेगासस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया या नहीं? क्या यह कानूनी तरीके से किया गया.
पीठ ने मौखिक टिप्पणी की थी कि वह मामले की जांच के लिए तकनीकी विशेषज्ञ समिति का गठन करेगी और कथित पेगासस कांड को लेकर शिकायतों की स्वतंत्र जांच कराने के लिए दायर याचिकाओं पर अंतरिम आदेश देगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि वो अगले कुछ दिनों में इस बारे में अपना आदेश सुनाएगी.
दरअसल, केंद्र सरकार पर आरोप है कि इजराइली कंपनी एनएसओ के सॉफ्टवेयर पेगासस जरिए कुछ प्रमुख भारतीयों के फोन हैक कर कथित जासूसी की गई है. इसी मामले में स्वतंत्र जांच की मांग को लेकर कई याचिकाएं दाखिल की गई हैं.