Farm Laws Repeal: आखिरकार किसानों के आंदोलन के सामने केन्द्र की मोदी सरकार झुक गई और खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार सुबह 9 बजे राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस ऐलान किया. कानून वापसी की प्रक्रिया इसी शीतकालिन सत्र में शुरू हो जाएगी.
हालांकि इस वापसी से पहले PM मोदी ने किसानों को लेकर भावनात्मक बातें भी कहीं...उन्होंने दावा किया कि किसानों को लेकर जितना काम उनकी सरकार ने किया उतना किसी सरकार ने नहीं किया.
PM के मुताबिक केन्द्र सरकार का कृषि बजट पांच गुना बढ़ाया गया है. इसके साथ ही बीते चार सालों में किसानों को एक लाख करोड़ का मुआवजा भी दिया गया. उन्होंने दावा किया कि सबसे ज्यादा फसलों की खरीद हमने की और MSP भी सबसे ज्यादा दे रहे हैं.
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PM ने अपने संबोधन में स्वीकार किया कि उनकी सरकार के द्वारा लाए कानूनों के फायदे वे किसानों को समझाने में नाकाम रहे वो भी तब जब समाज के एक बड़े तबके ने इसका समर्थन किया था.
PM ने अपने संबोधन में किसानों को हुई परेशानी के लिए क्षमा भी मांगी. इसके साथ ही पीएम मोदी ने किसानों से अपील की, आप अपने अपने घर लौटे, खेत में लौटें, परिवार के बीच लौटें, एक नई शुरुआत करते हैं.
वैसे जानकार मानते हैं PM का अचानक कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला आने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर लिया गया फैसला है क्योंकि इन कानूनों को लेकर पंजाब, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसानों में खासी नाराजगी देखी जा रही थी.