बुधवार को लखनऊ से आगरा के लिए निकलीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) को यूपी पुलिस ने हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया. कांग्रेस महासचिव (Congress) को 17 दिनों में दूसरी बार हिरासत में लिया गया है, इससे पहले उन्हें तब हिरासत में लिया गया था जब वो लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में मृतकों के परिवार से मिलने जा रही थी.
प्रियंका पुलिस कस्टडी में कथित तौर पर मारे गए शख्स अरुण वाल्मिकी के परिजनों से मिलने जा रही थी कि बीच में ही आगरा लखनऊ एक्सप्रेव के पहले टोल प्लाज़ा पर उन्हें लखनऊ पुलिस ने पहले रोका, फिर धारा 144 और लॉ एंड ऑर्डर का हवाला देकर हिरासत में ले लिया. हालांकि कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया और आगरा जाने की इजाजत भी दे दी गई और वो प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, आचार्य प्रमोद कृष्णम और एमएलसी दीपक सिंह के साथ आगरा के लिए रवाना हो गई हैं.
प्रियंका आगरा में अरुण वाल्मिकी (Arun Valmiki) के घर जा रही थीं. मृतक अरुण के परिवार वालों का आरोप है कि उनकी मौत पुलिस हिरासत में मौत हुई है और उनके साथ पुलिस कस्टडी में बर्बर तरीके से मार- पिटाई की गई थी. हालांकि इस मामले में आगरा पुलिस ने कार्रवाई भी की है और पांच पुलिसवालों को सस्पेंड किया गया है.