Rahul Gandhi on SC's Pegasus Order: राहुल गांधी ने पेगासस जासूसी मामले की जांच के आदेश का स्वागत किया है और एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा कि पेगासस एक हथियार है जिसे किसी कंपनी को नहीं बल्कि सरकारों को बेचा जाता है. और इस हथियार का भारत सरकार ने इस्तेमाल अपने ही नागरिकों के खिलाफ किया है. ये लोकतंत्र पर एक बड़ा हमला है.
राहुल ने कहा कि इसके जरिए जासूसी का ऑर्डर सिवाय पीएम और होम मिनिस्टर के और कोई नहीं दे सकता. उन्होंने कहा कि अगर पेगासस के जरिए की गई तमाम जासूसी का डेटा प्रधानमंत्री के पास जा रहा था तो ये एक अपराध है, और प्रधानमंत्री भी कानून और संस्थानों से ऊपर नहीं हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि पिछले संसद सत्र में हमने पेगासस का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार से तीन सवाल पूछे थे -
- पहला सवाल, आखिर किसने पेगासस को खरीदने की हरी झंडी दी? हम सभी जानते हैं कि पेगासस कोई प्राइवेट कंपनी या शख्स नहीं ले सकता है. ये एक हथियार है जिसे सरकारें ही खरीद सकती हैं.
- दूसरा सवाल ये है कि इसे किन लोगों के खिलाफ इस्तेमाल किया गया?
- तीसरा सवाल ये है कि क्या किसी दूसरे देश को हमारे लोगों की जानकारी का एक्सेस दिया गया?
राहुल गांधी ने कहा कि इसपर प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि जब भारत में पेगासस गैरकानूनी है तो फिर प्रधानमंत्री क्यों ये गैरकानूनी काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने कुछ नहीं किया होता तो जवाब आता.
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