2-finger test: तमिलनाडु के कोयंबटूर में पिछले दिनों अपने सहकर्मी पर रेप का आरोप लगाने वाली एयर फोर्स की एक महिला अफसर (Rape victim) को जांच के दौरान एक बार फिर उसी ट्रॉमा से गुजरना पड़ा. महिला अधिकारी ने एयरफोर्स के डॉक्टरों पर गंभीर आरोप हुए कहा कि, रेप की पुष्टि के लिए मेडिकल जांच कर रहे डॉक्टरों ने प्रतिबंधित 2 फिंगर टेस्ट किया, जिसने उन्हें एक और सदमा दे दिया. बता दें कि 2 फिंगर टेस्ट भारत में साल 2013 से ही प्रतिबंधित है. इसे असंवैधानिक बताए जाने के साथ ही माना जाता है कि इस टेस्ट का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है. अपनी पुलिस शिकायत में पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि जांच के दौरान उनके प्रति खराब रवैया अपनाया गया, उनसे उनकी 'सेक्सुअल हिस्ट्री' के बारे में भी पूछा गया था.
20 सितंबर को दर्ज की गई FIR के अनुसार महिला अधिकारी ने कहा कि तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले के वायु सेना प्रशासनिक कॉलेज कैंपस में उसके साथ रेप की वारदात हुई. महिला अफसर ने बताया वारदात के करीब 2 हफ्तों बाद वो पुलिस के पास जाने को तब मजबूर हुई, जब IAF की ओर से उसकी शिकायत पर संतुष्टिजनक कार्रवाई नहीं की गई. महिला के मुताबिक, उन्हें दो बार शिकायत पत्र वापस लेने के लिए लिखित में एक विदड्रॉल सबमिट करना पड़ा, जबकि बाद में कुछ बदलाव के साथ लिखे गए पत्र पर हस्ताक्षर करने को कहा गया, जो उन्होंने करने से उसने मना कर दिया
फिलहाल आरोपी फ्लाइट लेफ्टिनेंट को पिछले रविवार तमिलनाडु के कोयंबटूर से गिरफ्तार कर लिया गया था. वहीं एयरफोर्स का कहना है कि चूंकि मामला विचाराधीन है, ऐसे में हम इसपर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते.