सोमवार को आम आदमी को महंगाई का दोहरा झटका (Inflation gives Double Jolt) लगा. पहले थोक महंगाई दर बढ़कर 12.94 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई, तो वहीं शाम में खुदरा महंगाई दर ने भी छलांग लगा दी और पिछले महीने के 4.23% से बढ़कर 6.30 फीसदी (Retail Inflation) पर आ गई. अनुमान था कि रिटेल इन्फ्लेशन 5.39 फीसदी पर रहेगा लेकिन इसने लंबी छलांग लगा दी. इसकी वजह खाने-पीने की चीजों की महंगाई बताई जा रही है. ये अप्रैल के 1.96% के मुकाबले बेतहाशा बढ़कर 5.01% हो गई है.
वहीं, कच्चे तेल की कीमतों में लगी आग की वजह से थोक महंगाई दर (WPI) ने भी रिकॉर्ड बनाया है, ये मई में बढ़कर 12.94 फीसदी के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है.