किसानों के जारी आंदोलन के बीच बुधवार को एक बड़ी घटना हुई. सिंघु बार्डर पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह ने खुद को गोली मार ली. आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका. करनाल के रहने वाले बाबा राम सिंह का एक सुइसाइड नोट भी सामने आया है, जिसमें उन्होंने किसान आंदोलन का जिक्र करते हुए उनके हक के लिए आवाज बुलंद की है. उन्होंने लिखा है कि किसानों के हक के लिए, सरकारी जुल्म के गुस्से के बीच सेवादार आत्मदाह करता है. यह जुल्म के खिलाफ और किसानों के हक के लिए आवाज है.