Farm Laws: कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बाद शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा (Sanyukt Kisan Morcha) की कोर कमेटी की बैठक हुई. दिल्ली-हरियाणा (Delhi-Haryana) के सिंघु बॉर्डर (Singhu Boarder) पर हुई इस बैठक में किसान आंदोलन (Farmer Protest) के आगे की रणनीति पर चर्चा की खबर है. साथ ही कहा है जा रहा है कि एमएसपी (MSP) पर कानून बनाने को लेकर भी बात हुई.
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इसके बाद अब पंजाब के किसान संगठनों की और रविवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. जिसमें 42 किसान संगठन शामिल होंगे. इस बैठक के बाद किसान नेता आंदोलन की आगे की रणनीति और रूपरेखा साफ कर देंगे. यानी इस बारे में अपना फैसला बता देंगे कि दिल्ली की सीमाओं पर साल भर से जमे किसान कब हटेंगे.
हालांकि, इससे पहले शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा ने बयान जारी करते हुए कहा था कि अभी उनकी लड़ाई पूरी नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जब तक न्यूनतम समर्थन मल्य की गारंटी वाला कानून लागू नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा.