चीन पर नकेल कसने के लिए भारतीय वायुसेना ने तैयारी कर ली है. अब अंबाला के बाद पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयर बेस पर राफेल लड़ाकू विमानों की दूसरी स्क्वाड्रन तैनात की जाएगी. वायुसेना के आपरेशंस के लिए हाशिमारा एक सामरिक बेस है क्योंकि यह भूटान और चुंबी घाटी के नजदीक है। चुंबी घाटी में ही भारत, भूटान और चीन के बीच का ट्राई-जंक्शन और डोकलाम मौजूद है. रिपोर्ट्स के मुताबिक राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन इस साल अप्रैल के मध्य में हाशिमारा में तैनात हो जाएगी. वायुसेना को फ्रांस से अब तक 36 में से 11 राफेल विमान हासिल हो चुके हैं. अगले एक महीने में छह और विमानों की आपूर्ति होने की संभावना है. हालांकि बाकी के विमान अप्रैल, 2022 तक भारत पहुंचने की उम्मीद है. फिलहाल भारतीय वायुसेना के पायलटों को फ्रांस में प्रशिक्षण चल रहा है.