Vaccine mixing study: कोरोना की तीसरी लहर के संभावित खतरे के बीच कोविड-19 वैक्सीन मिक्सिंग (Corona virus) को लेकर स्टडी जारी है. इसबात को लेकर लगातार सवाल उठ रहे थे कि क्या कोरोना की दो वैक्सीन को मिक्स किया जाना चाहिए? केंद्र सरकार में बायोटेक्नोलॉजी विभाग की सचिव रेणु स्वरूप ने कहा कि इस मामले में तस्वीर तब स्पष्ट होगी जब हमारे पास इससे जुड़ा और ज्यादा डाटा होगा. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के वेल्लोर में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज (Christian Medical College) में कोविड-19 टीकों के मिश्रण पर कुछ अध्ययन शुरू किए गए हैं. डॉ. रेणु स्वरूप ने कहा कि इसका अडवांस ट्रायल चल रहा है.
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बता दें अध्ययन 300 से अधिक वॉलिंटियर्स के साथ किया जा रहा है, जिन्हें कोवैक्सिन और कोविशील्ड की एक खुराक के साथ टीका लगाया गया है. इस रिसर्च का मकसद यह पता लगाना है कि अगर किसी व्यक्ति को कोरोना की दो अलग-अलग वैक्सीन की दो डोज दी जाए तो वह इस बीमारी से पूरी तरह सुरक्षित होगा या नहीं.