दिल्ली में बिजली संकट (Power Crisis) की आशंका को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार (Kejriwal )एक बार फिर आमने- सामने हैं. केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने रविवार को कहा कि दिल्ली को जितनी ज़रूरत है, उतनी बिजली मिल रही है और आगे भी मिलती रहेगी, अब आरके सिंह के इसी बयान को लेकर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया(Manish Sisodia) ने निशाना साधा है. सिसोदिया ने कहा कि संकट आने पर केंद्र सरकार आँखें बंद कर लेती है, अगर दिक्कत है वो ये स्वीकार क्यों नहीं करती. सिसोदिया ने आगे कहा कि जैसे ऑक्सीजन संकट के दौरान लोग मरे थे, यहां भी त्राहि त्राहि मचेगी.
सिसोदिया ने कहा कि कई मुख्यमंत्रियों ने चिट्ठी लिखकर केंद्र का ध्यान इस संकट की ओर दिलाया है, दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश की सरकारों ने संकट की बात कही है लेकिन केंद्र सरकार मानने को तैयार नहीं.बता दें कि केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि कोयले की किसी भी तरह की किल्लत नहीं और महज पैनिक फैलाया जा रहा है.