संभव है कि आने वाले वक्त में कई और सरकारी कंपनियों का निजीकरण हो...ऐसा इसलिए है क्योंकि देश के कई नामचीन अर्थशास्त्रियों ने PM मोदी को सार्वजनिक उपक्रमों में निजीकरण को तेजी से बढ़ाने का सुझाव दिया है. दरअसल आम बजट से पहले PM मोदी ने कई जाने-माने अर्थशास्त्रियों के साथ बैठक की. ये बैठक इसलिए अहम है क्योंकि इनके सुझावों को बजट में शामिल किया जा सकता है. अर्थशास्त्रियों ने PM से कहा है कि बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निवेश बढ़ाने के लिए निजीकरण जरूरी है. इसके अलावा सरकार को 2021- 22 के आगामी बजट में राजकोषीय घाटे के प्रति उदार रुख अपनाना चाहिए. बैठक में अरविंद पनगढ़िया, के वी कामत, राकेश मोहन, शंकर आचार्य, शेखर शाह, अरविंद विरमानी और अशोक लाहिड़ी जैसे प्रमुख अर्थशास्त्रियों के अलावा वित्त मंत्री और नीति आयोग के अध्यक्ष भी शामिल थे.