कोरोना (Coronavirus) से बुरी तरह प्रभावित देश को तीसरी वैक्सीन मिल गई है. भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से रूस की कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक V (Sputnik V Covid-19 Vaccine) के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है. ये वैक्सीन कोरोना के खिलाफ लगभग 92 फीसदी कारगर है. किसने बनाई है ये वैक्सीन, कैसे करती है काम और क्या है स्पुतिनक का अर्थ जानिए सबकुछ.
1. मॉस्को के गेमाले नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने किया तैयार
2. इस वैक्सीन के भी लेने होंगे दो शॉट्स
3. दोनों शॉट्स के बीच 21 दिन का अंतर रखना जरूरी
4. वैक्सीन के जरिये दो अलग-अलग वायरस का किया जाता है उपयोग
5. पहले के तहत- शरीर में मौजूद एडेनोवायरस को कमजोर किया जाता है
6. दूसरे के तहत- एंटीबॉडी के रूप में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाया जाता है
रूसी शब्द स्पुतनिक का अर्थ है- रास्ते का साथी या हमसफ़र
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1. कोरोना के खिलाफ करीब 92 फीसदी तक कारगर
2. दुनिया के 60 देश इसके इस्तेमाल को मंजूरी दे चुके हैं
3. वैक्सीन के लिक्विड फॉर्म को माइनस 18 डिग्री तापमान पर करना होगा स्टोर
4. ड्राई फॉर्म 2 से माइनस 8 डिग्री तापमान पर स्टोर किया जा सकता है
1. भारत में डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज करेगी Sputinik V का उत्पादन
2. डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज के साथ 10 करोड़ वैक्सीन उत्पादन का करार
3. डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज के अलावा पांच और कंपनियों से समझौता
4. पांचों कंपनियां साल भर में 85 करोड़ वैक्सीन डोज का उत्पादन करेंगी
5. भारत में कीमत अभी तय नहीं, दूसरे देशों में 10 डॉलर से कम है दाम
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