Central Cabinet ने गन्ने के बढ़ाए गए उचित और लाभकारी मूल्य (Fair and Remunerative Price) को अपनी मंजूरी दे दी है. इस अप्रूवल के बाद अब किसान को गन्ने का दाम 290 रुपये प्रति क्विंटल मिलेगा जोकि अब तक का सबसे अधिक मूल्य है. जानकारों की मानें तो सरकार के इस फैसले के बाद गन्ना किसानों को उनकी लागत का 87 फीसदी रिटर्न मिल सकेगा. आपको बता दें कि बीते सीजन में केंद्र सरकार ने FRP को 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाकर 285 रुपये किया था.
केंद्र सरकार के मुताबिक शुगर ईयर 2020-21 में गन्ना किसानों को 91,000 करोड़ रुपये का भुगतान करना था, जिसमें से 86,000 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है. देश में शुगर ईयर अक्टूबर से शुरू होता है और अगले साल सितंबर में खत्म होता है. गन्ने की फसल और भुगतान यूपी चुनाव में एक बड़ा मुद्दा है और ये बड़े स्तर पर वोटों को प्रभावित करता है. किसानों की मांग गन्ने के भाव में 25 से 30 रुपये की बढ़ोतरी करने की है. इसके अलावा एक बड़ी समस्या फसल के भाव का समय पर भुगतान ना होना भी है जिसे लेकर पश्चिमी यूपी के अधिकतर किसान नाराज रहते हैं.
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