पूर्वी लद्दाख से सटी एलएसी (LAC) पर तनाव को लेकर रविवार को भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच 13वें दौर की बैठक हुई. ये बैठक करीब साढ़े 8 घंटे चली. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's liberation Army) के मोल्डो गैरिसन में ये बैठक हुई. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हॉट स्प्रिंग से दोनों देशों के सैनिकों के डिसइंगेजमेंट को लेकर ये बातचीत हुई, जिसके बाद अब दोनों देशों के मिलिट्री कमांडर अपने देशों के राजनीतिक नेतृत्व से इस बार में विचार करेंगे. भारत की ओर से लेह स्थित 14वीं कोर( फायर एंड फ्यूरी कोर) के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल पी जी के मेनन ने मीटिंग में हिस्सा लिया. जबकि चीन की ओर से साउथ शिन्चियांग मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के कमांडर बैठक में शामिल हुए.
ये बैठक ऐसे समय में हो रही है जब एक दिन पहले ही चीन ने गलवान घाटी की हिंसा से जुड़ी आपत्तिजनक तस्वीरें जारी की थी. इससे पहले अरूणाचल प्रदेश में भारत और चीन के सैनिकों के बीच फेस ऑफ की खबरें भी सामने आई थी, जिसके बाद भारतीय सेना ने पीएलए सेना के कुछ जवानों को कुछ समय के लिए पकड़ भी लिया था. हालांकि दोनों देशों की फ्लैग मीटिंग के बाद इन सैनिकों को रिहा कर दिया था और गतिरोध खत्म हो गया था.