देश में Delta वेरिएंट के चलते कोरोना की दूसरी लहर के बाद अब नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) से तीसरी लहर (Third Wave) के आने की आशंका है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, IIT कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल और आईआईटी हैदराबाद के एम विद्यासागर का मानना है कि फरवरी में हालात सबसे खराब स्थिति में हो सकते हैं, इस दौरान रोजाना 1.5 से 1.8 लाख मामले आ सकते हैं. दोनों वैज्ञानिकों ने अपने सूत्र मॉडल के अध्ययन के मुताबिक इस बारे में जानकारी दी. अहम ये है कि दोनों ही वैज्ञानिक इससे पहले देश में कोरोना की पहली और दूसरी लहर की भी करीब-करीब सटीक भविष्यवाणी कर चुके हैं.
हालांकि, राहत की बात ये है कि नए वेरिएंट ओंमिक्रॉन का फैलाव भी तेजी से तो होगा लेकिन शिखर पर पहुंचने पर तेज गति से गिरावट भी होगी. संभावना है कि एक महीना के भीतर मामले कम हो जाएंगे. अनुमानों से मिल रहे संकेतों के मुताबिक, अप्रैल तक मामले काफी कम हो जाएंगे और मई तक ये गिरकर मौजूदा स्तर पर पहुंच जाएंगे.