लखीमपुर खीरी ( Lakhimpur Kheri) की घटना को लेकर दिए अपने ताज़ा बयान पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत विवादों के घेरे में आ सकते हैं. हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ताओं से जुड़े एक सवाल के जवाब में टिकैत ने कहा कि हिंसा को लेकर कोई योजना नहीं बनाई गई थी, वो तो महज़ एक क्रिया की प्रतिक्रिया थी और इसलिए उन मौतों को मर्डर नहीं कहा जा सकता. दरअसल संयुक्त किसान मोर्चा लखीमपुर खीरी की हिंसा को लेकर अपनी आगे की रणनीति पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहा था, जिसमें योगेंद्र यादव, राकेश टिकैत समेत दूसरे बड़े नेता भी शामिल थे, इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिंसा में मारे गए तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में टिकैत ने ये जवाब दिया.
बता दें लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में 3 अक्टूबर को बड़ी हिंसा की वारदात हुई थी, यहां डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे किसानों पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की एसयूवी कथित तौर पर किसानों के ऊपर चढ़ाई गई थी, जिसमें 4 किसानों की मौत हो गई. साथ ही इस घटना के बाद हुई हिंसा में 3 बीजेपी कार्यकर्ता और एक पत्रकार की भी मौत हो गई थी.