टूलकिट मामले में आरोपी एक्टिविस्ट दिशा रवि की जमानत याचिका पर शनिवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट के सामने दिल्ली पुलिस ने इस मामले का लिंक कनाडा से जुड़े होने की बात कही. पुलिस ने दावा किया कि इन संगठनों को कनाडा से संचालित किया जा रहा था. बीते 11 जनवरी को प्रतिबंधित संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' ने इंडिया गेट और लाल किला पर खालिस्तानी झंडा फहराने वाले को इनाम देने की घोषणा की थी. ये लोग किसान आंदोलन की आड़ में इन गतिविधियों के अंजाम देना चाहते थे. इसलिए पोएटिक जस्टिस फाउंडेशन को भी इसमें शामिल किया गया. पुलिस के मुताबिक, यह टूलकिट सोशल मीडिया पर लीक हो गई और पब्लिक डोमेन में उपलब्ध थी. बाद में इसे डिलीट कर दिया गया, जो की पूरी तरह सुनियोजित था.