बढ़ती जनसंख्या से आने वाली समस्याओं से हर कोई त्रस्त है. लेकिन भारत के लिए इस संबंध में अच्छी खबर सामने आई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश की कुल प्रजनन दर (fertility rate) अब 2.2 से घटकर 2 रह गई है.
प्रजनन दर को आसान भाषा में ऐसे समझ सकते हैं कि एक महिला द्वारा अपने जीवनकाल में बच्चों को जन्म देने की संख्या. जिसमें अब कमी दिखाई दे रही है. इसके अलावा गर्भनिरोधक उपायों के इस्तेमाल में भी बढ़ोतरी दर्ज हुई है.
ये अब 54% से बढ़कर 67% हो गई है. यानी सरकारी दावों में देश की आबादी में बढ़ोतरी अब स्थिर होने की ओर बढ़ रही है.
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साल 2019 से 2021 के बीच हुए नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे (National Family Health Survey) यानी NFHS के पांचवें सर्वे में ये बात सामने आई. 2015 और 2016 के बीच किए गए सर्वेक्षण के चौथे दौर में प्रजनन दर 2.2 थी. आइए जानते हैं इस सर्वे की प्रमुख बातें.