PM मोदी के तीनों विवादित कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बावजूद आंदोलनकारी किसानों के तेवर कम नहीं हुए हैं. अब संयुक्त किसान मोर्चा (United Kisan Morcha) सोमवार को लखनऊ में किसान महापंचायत कर रही है. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत, दर्शनपाल, (Rakesh Tikait, Darshanpal) बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां सहित कई किसान नेता मौजूद रहेंगे.
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इससे पहले भारतीय किसान यूनियन (bhartiya kissan union) के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को 'चलो लखनऊ-चलो लखनऊ' नारे को ट्वीट करते हुए लिखा- सरकार द्वारा जिन कृषि सुधारों की बात की जा रही है, वे नकली और बनावटी हैं. इन सुधारों से किसानों की बदहाली रुकने वाली नहीं है. कृषि एवं किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानून बनाना सबसे बड़ा सुधार होगा. इसके साथ टिकैत ने ये भी कहा कि रैली का अहम मुद्दा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय टेनी की गिरफ्तारी की मांग भी है.
रविवार को ही किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हमने कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा पर चर्चा की है लेकिन किसान मोर्चे के सभी पूर्व निर्धारित कार्यक्रम पहले की तरह ही जारी रहेंगे. 22 नवंबर को लखनऊ में किसान पंचायत, 26 नवंबर को सभी सीमाओं पर सभा और 29 नवंबर को संसद तक ट्रैक्टर मार्च होगा. उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान तब तक नहींहटेंगे जब तक की MSP पर कानूनी गारंटी और बिजली संशोधन विधेयक वापस नहीं लिया जाता.