उत्तर प्रदेश पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है. दरअसल कासगंज की सदर कोतवाली की हवालात में बंद एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. बताया जा रहा है कि एक लड़की भगाने के आरोप में युवक को पूछताछ के लिए एक दिन पहले पुलिस ने उठाया था. पुलिस का कहना है कि आरोपी युवक ने जैकेट में लगी डोरी को नल में बांधकर खुदकुशी की है. दूसरी तरफ एसपी रोहन पी बोत्तरे ने लापरवाही के आरोप में कासगंज कोतवाल, दो दरोगा और दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.
दरअसल पुलिस मंगलवार को नगला सय्यैद अहरोली निवासी अल्ताफ नाम के युवक को लड़की भगाने के आरोप में पूछताछ के लिए थाने लाई थी. अल्ताफ के पिता का कहना है कि उन्होंने खुद ही अपने बेटे को पुलिस को सौंपा था. मृतक के पिता का आरोप है कि पुलिस वालों ने ही उनके बेटे को फांसी से लटका दिया है.
एक्सपर्ट्स भी पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठा रहे हैं. क्योंकि जिस नल के पाइप से लटक कर फांसी लगाने की बात कही जा रही है उसकी ऊंचाई महज दो फीट है. ऐसे में सवाल उठता है कि कोई दो फीट ऊंचे नल पर लटककर कैसे फांसी लगा सकता है. कांग्रेस समेत विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है .
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