राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले( Dattatreya Hoshbole) ने कहा है कि हिंदुत्व ना तो लेफ्ट है ना राइट. होसबोले ने कहा कि दुनिया लेफ्ट की ओर चली गई थी, या कहें कि लेफ्ट की और जाने को मजबूर की गई थी, अब स्थिति ये है कि दुनिया राइट की ओर जा रही है, जिससे कि वो केंद्र में रहे. हिंदुत्व का भी सार ये ही है, ना तो ये लेफ्ट है ना ही राइट. होसबोले ने ये बातें राम माधव की किताब The Hindutva Paradigm — Integral Humanism and the Quest for a Non-Western World View के विमोचन के दौरान कही.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैं आरएसएस से हूं और अपने ट्रेनिंग कैंप्स में हमने कभी नहीं कहा कि हम दक्षिणपंथी है. हमारे कई आइडिया लेफ्टिस्ट विचारों से प्रभावित हैं. ईस्ट और वेस्ट का भौगोलिक या राजनीतिक बंटवारा अब धुंधला और मंद पड़ गया है तथा उदारीकरण के बाद निजीकरण और ग्लोबलाइजेशन में घुल गया है. दोनों तरफ के विचारों के लिए जगह हैं...लेफ्ट और राइट यह मानवीय तजुर्बा है.
साथ ही उन्होंने भारतीय न्यायिक व्यवस्था को लेकर कहा कि ब्रिटिश उपनिवेश से लिया गया यह सिस्टम भारत के लिए प्रासंगिक नहीं है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायधीश की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि ये देश के लिए उपयुक्त नहीं है.