महामारी के बीच महीनों से चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) की आग एक फिर तेज हो गई है. शनिवार को ही पंजाब और हरियाणा से हजारों किसान चंडीगढ़ पहुंचे और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. ये लोग तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग के तहत गवर्नर को ज्ञापन सौंपने आए थे. हालांकि राजभवन के पास पुलिस ने उन्हें रोक लिया. चंडीगढ़ में प्रवेश करने के लिए किसानों ने चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर बैरिकेड्स तोड़े, जिसके बाद पुलिस ने उनपर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. हालांकि बाद में किसानों ने गवर्नर के नाम का ज्ञापन चंडीगढ़ के डीसी मनदीप बराड़ को दिया और वापस लौट गए.ऐसे ही देश के कई दूसरे इलाकों में भी किसानों ने राजभवन तक मार्च किया.
इधर दिल्ली में किसान नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (BKU leader Rakesh Tikait) ने चेतावनी देते हुए कहा कि दिल्ली बगैर ट्रैक्टर (Tractor rallies) के नहीं मानती है. उन्होंने कहा कि हमने आंदलोन को और मजबूत (trengthen our movement) करने का फैसला लिया है और हमारे चार लाख ट्रैक्टर और 25 लाख आदमी तैयार हैं. टिकैत ने बताया 9 और 24 जुलाई को दो ट्रैक्टर रैलियां (two more rallies) निकलेंगी, जिसमें बड़ी संख्या में किसान मौजूद होंगे.