उत्तर भारत में हुई झमाझम बारिश (Heavy Rain) के बाद अब आप कंपकंपाती ठंड के लिए तैयार हो जाइए...मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि इस बार उत्तर भारत (North India) के कई इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी और तापमान में तेजी से गिरावट होगी. हालात कुछ ऐसे बनेंगे कि अगले साल जनवरी-फरवरी में पारा तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है.
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मौसम की इस स्थिति के लिए वैज्ञानिक ला नीना (La Nina) को जिम्मेदार बता रहे हैं. मौसम विभाग ने कहा है कि ला नीना की स्थिति इस साल भी सितंबर से नवंबर के महीने के बीच बनी है, जो 2021-22 की सर्दियों के दौरान प्रभावी रहेगी. इस दौरान भारत में सामान्य से ज्यादा मौसमी बारिश हो रही है.
बता दें कि ला नीना शब्द का अर्थ प्रशांत महासागर की समुद्री सतह के तापमान में समय-समय पर होने वाले बदलावों से है. जिसका दुनिया भर में मौसम पर प्रभाव पड़ता है. इससे समुद्री सतह का तापमान काफी कम हो जाता है और तापमान औसत से अधिक ठंडा हो जाता है.