संसद से सड़क तक संग्राम मचाने वाले पेगासस जासूसी केस में सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी का गठन कर दिया है जिसके बाद इसका सच सामने आने की संभावनाएं काफी ज्यादा बढ़ गई हैं. आइए जानते हैं कि पेगासस जासूसी कांड में अब तक क्या-क्या हुआ?
क्या है पेगासस जासूसी कांड?
-केंद्र सरकार पर इजरायली कंपनी NSO से पेगासस सॉफ्टवेयर लेने का आरोप लगा
-इंटरनेशनल मीडिया समूह ने दावा किया- पेगासस से भारत में 300 हस्तियों की हुई 'जासूसी'
-जिसमें राहुल गांधी, प्रशांत किशोर और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी शामिल हैं
-इसके अलावा देश के 40 पत्रकारों के फोन में भी पेगासस के जरिए झांका गया
-यहां तक की मोदी सरकार के दो मंत्रियों की जासूसी का भी खुलासा हुआ
-संसद में विपक्ष ने सरकार को घेरा तो सुप्रीम कोर्ट में जांच की मांग लेकर 5 याचिकाएं दाखिल
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पेगासस जासूसी कांड में कब क्या हुआ ?
- जुलाई 2021 में पेगासस के जरिए भारत में करीब 300 लोगों की निगरानी का आरोप लगा
- पेगासस पर हंगामे की भेंट चढ़ा संसद का मॉनसून सत्र, विपक्ष ने केंद्र सरकार को घेरा
- ममता बनर्जी ने जांच के लिए दो जजों के पैनल का ऐलान किया
- रिटायर्ड जस्टिस एमबी लोकुर और जस्टिस ज्योतिर्मय भट्टाचार्य को सौंपी गई कमान
- अगस्त में NGO ग्लोबल विलेज फाउंडेशन ने SC में ममता बनर्जी द्वारा गठित आयोग को चुनौती दी
- अगस्त में ही राज्यसभा में सरकार ने कहा- पेगासस से सरकार का कोई भी लेन-देन नहीं हुआ
- सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा है, ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते