पंजाबी फिल्मों के सुपरस्टार दीप सिद्धू विवाद में घिर गए हैं. गणतंत्र दिवस पर हुई किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान लाल किले पर चढ़कर उन्होंने ही 'निशान साहिब' लहराया. 2019 के लोकसभा चुनावों में ही दीप सिद्धू की राजनीति में एंट्री हुई. इस चुनाव में सिद्धू बीजेपी सांसद और एक्टर सनी देओल के साथ थे. देओल ने गुरुदासपुर से चुनाव लड़ने के दौरान सिद्धू को बड़ी जिम्मेदारी दे रखी थी. हालांकि, ताज़ा मामले में सफाई देते हुए सनी ने कहा है कि सिद्धू से उनका कोई संबंध नहीं है. सिद्धू का जन्म 1984 में पंजाब के मुक्तसर जिले में हुआ. उन्होंने लॉ की पढ़ाई की है. सिद्धू ने पंजाबी फिल्मों में साल 2015 में 'रमता जोगी' से डेब्यू किया. ये फिल्म ठीक-ठाक चली लेकिन उनको पॉपुलैरिटी 2018 में आई फिल्म 'जोरा दास नुम्बरिया' से मिली. दीप सिद्धू तब लाइमलाइट में आए जब उन्होंने बाकी कलाकारों के साथ शंभु बॉर्डर पर धरना प्रदर्शन शुरु किया. उन्हें यहां इस वजह से शिफ्ट करना पड़ा क्योंकि सिंघु बॉर्डर के किसानों ने सिद्धू को वहां से हटा दिया. उनपर RSS-BJP का एजेंडा चलाने के भी आरोप लगे हैं. लेकिन उन्होंने हमेशा इन आरोपों को नकारा है. सिद्धू ने कई बार कहा कि वो सिर्फ MSP के लिए नहीं लड़े रहे. वो इस मुद्दे को बड़े कैनवास में देख रहे हैं. बता दें कि अपने भाषणों और मीटिंग में दीप सिद्धू खुलकर जरनैल सिंह भिंडरांवाले और मार्टिन लुथर किंग को कोट करते आए हैं.