CDS Bipin Rawat: तमिलनाडु के कन्नूर में हुए हेलिकॉप्टर क्रैश में भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत हो गई है. जनरल रावत को कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में काम करने का लंबा अनुभव था खासकर चीन से सटे LoC पर. अशांत इलाकों में उनके अनुभव को देखते हुए ही मोदी सरकार ने दिसंबर 2016 में जनरल बिपिन रावत को दो वरिष्ठ अफसरों पर तरजीह देते हुए आर्मी चीफ बनाया था. सितंबर 2016 में पीओके में भारत ने जो सर्जिकल स्ट्राइक की थी उसमें बिपिन रावत का अहम रोल था.
यहां जानिए जनरल रावत के बारे में और देखिए कि कैसा रहा है उनका सैन्य सफर.
कौन हैं बिपिन रावत ?
- 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ जन्म
- शुरूआती पढ़ाई देहरादून और शिमला में हुई
- उसके बाद 'इंडियन मिलिट्री अकादमी' देहरादून चले गए
- यहां उन्हें प्रतिष्ठित 'सोर्ड ऑफ़ ऑनर' अवार्ड मिला
- 6 दिसंबर 1978 को सेना के गोरखा बटालियन से सैन्य सर्विस की शुरुआत की
- पिता लेफ्टिनेंट जनरल लच्चू सिंह रावत ने भी इसी बटालियन में सैन्य सर्विस शुरू की थी
- सेना प्रमुख के तौर पर 1 जनवरी 2017 को संभाली सेना की कमान
- 30 दिसंबर 2019 को जनरल बिपिन रावत देश के पहले CDS नियुक्त किए गए
- 1 जनवरी 2020 को देश के पहले चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ यानि CDS बने
जनरल बिपिन रावत की उपलब्धियां
- 29 सितंबर 2016 को PoK में हुई सर्जिकल स्ट्राइक में जनरल बिपिन रावत का रहा था अहम रोल
- उप सेना प्रमुख बनने के एक महीने के अंदर ही सर्जिकल स्ट्राइक को दिया गया था अंजाम
- 2015 में म्यांमार में आतंकी संगठन NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना के ऑपरेशन की थी कमांड
- 1986 में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इंफैंट्री बटालियन के प्रमुख थे
- कश्मीर घाटी में 19 इन्फैन्ट्री डिवीजन की भी की अगुआई
बिपिन रावत को UISM, AVSM, YSM, SM, VSM के साथ वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए भी सम्मानित किया गया था.