यूपी सरकार (UP government) ने एक चौंकाने वाला फैसला लेते हुए बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर (BRD Medical College Gorakhpur) के डॉ. कफील खान को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. उनकी बर्खास्तगी के आदेश में कोई खास वजह नहीं बताई गई है, लेकिन यूपीपीएससी (UPPSC) ने बर्खास्तगी के आदेश बीती रात मेडिकल शिक्षा विभाग को भेजे गए थे.
चौंकाने वाली बात ये है कि सरकार के द्वारा कराई गई विभागीय जांच में साल 2019 में ही डॉ कफील (Dr Kafeel Khan) को क्लीन चिट मिली थी. आपको बताते हैं उस जांच रिपोर्ट में क्या था?
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डॉ कफील पर हुई जांच में ये निकला था
10 अगस्त 2017 में छुट्टी पर होने के बावजूद डॉ कफील ने बच्चों की जान बचाने की कोशिश की
ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे डॉ कफील पर भ्रष्टाचार करने की बात साबित होती हो
ऑक्सीजन सप्लाई के लिए भुगतान, टेंडर या रखरखाव के लिए डॉ कफील जिम्मेदार नहीं थे
ऐसा कोई सबूत नहीं है जिससे पता चलता हो कि वे प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे थे
सरकार का कहना है कि डॉ कफील की बर्खास्तगी का फैसला उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन की मंजूरी के बाद लिया गया है. बता दें कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अगस्त 2017 को ऑक्सिजन की कमी से कई बच्चों की मौत हो गई थी. इस मामले ने सियासी तूफान ला दिया था. बाद में तमाम विवादों के बाद 22 अगस्त 2017 को डॉ. कफील खान को इस मामले में निलंबित कर दिया गया था. हालांकि उनके संस्पेंशन के खिलाफ हाईकोर्ट ने स्टे लगा दिया था.