भारत का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'कू' बंद होने वाला है. किसी ज़माने में ख़ुद को स्वदेशी ट्विटर बताने वाले कू ऐप को को-फाउंडर्स अपरमेय राधाकृष्ण और मयंक बिदावतका ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन (LinkedIn) पर 'फाइनल गुडबाय' नोट में इसे बंद करने की जानकारी दी.
कंपनी के को-फाउंडर्स ने बताया कि कंपनी ने कई बड़ी इंटरनेट कंपनियों, मीडिया हाउस और बड़े उद्योगपतियों से पार्टनरशिप करने की कोशिश की, लेकिन उसे एक उचित मुकाम तक नहीं पहुंचा सके.
को-फाउंडर्स ने कहा, 'हम नहीं चाहते थे कि कू को बंद करना पड़े, लेकिन टेक्नोलॉजी सर्विसेज की वजह से इसे चलाना काफी खर्चीला है, जिस वजह से हमें इसे बंद करने के कठिन फैसले पर पहुंचना पड़ा'.
किसी समय कू ऐप पर 21 लाख से ज़्यादा एक्टिव यूजर्स, 1 करोड़ से ज़्यादा मासिक यूजर्स थे और 9 हजार से ज्यादा विख्यात लोग भी कू ऐप पर मौजूद थे. साल 2021 में, जिस दौरान केंद्र सरकार और ट्विटर ऐप के बीच खींचातानी चल रही थी, ठीक उस वक्त ट्विटर के विकल्प के रूप में कू ऐप लोगों के बीच अपनी जगह बना रहा था. हालांकि, ये विकल्प के रूप में अपनी जगह को बरकरार नहीं रख पाया और 3 जुलाई के दिन इसने यूजर्स को आख़िरी अलविदा भी कह दिया.