देश में कोरोना (Corona Cases) के बढ़ते हुए मामले अब लोगों को डराने लगे हैं. इस बीच सोमवार को केंद्र सरकार (Central Government) ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि कोरोना मरीजों के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को कोविड टेस्ट (Covid Testing) कराने की जरूरत नहीं है. जब तक कि मामला ज्यादा जोखिम वाला ना हो, यानी कि ज्यादा उम्र या बीमारी के शिकार लोगों को ही तुरंत जांच कराने की आवश्यकता है.
केंद्र सरकार ने ICMR ने यानी कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की जारी एडवाइजरी के बाद यह बात कही है.
आइए समझते हैं ICMR ने टेस्टिंग की नई स्ट्रैटजी को लेकर क्या एडवाइजरी जारी की है?
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ICMR की नई गाइडलाइन
- कोरोना लक्षण वाले मरीजों की जल्द पहचान हो
- सही समय पर आइसोलेशन के साथ उचित इलाज दिया जाए
- बुजुर्ग- गंभीर बीमारी के शिकार लोगों में संक्रमण की पहचान हो पहले
- मोटापा, हाइपरटेंशन, फेफड़े-किडनी से जुड़ी बीमारी वाले की जांच तुरंत
ये तो हुई उन लोगों की बात, जिन्हें तुरंत जांच की ज़रूरत है. अब उन लोगों की बात करते हैं, जिन्हें तुरंत जांच कराने की आवश्यकता नहीं है.
किन्हें जांच की जरूरत नहीं
- सामुदायिक स्थानों पर रहने वाले बिना लक्षण वाले मरीज
- कोरोना संक्रमित की पुष्टि वाले मरीजों के संपर्क में आने वाले लोग
- होम आइसोलेशन की गाइडलाइन के आधार पर डिस्चार्ज हो चुके लोग
- जो अस्पताल या कोविड-19 केंद्र से छुट्टी पा चुके हों
- वैसे लोग जो एक राज्य से दूसरे राज्य में यात्रा कर रहे हों
इस बीच सरकार ने सोमवार को कहा कि फिलहाल एक्टिव केस के 5 से 10 प्रतिशत मामलों में ही मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है. हालांकि, सरकार ने चेताया कि स्थिति में तेजी से बदलाव हो सकता है.
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बता दें, राजधानी दिल्ली में रविवार की तुलना में कोरोना के नए मामलों की संख्या में कुछ कमी देखी गई है. दिल्ली में पिछले 24 घंटों में 19,166 नए कोरोना मामले सामने आए हैं. इसके साथ ही कोरोना संक्रमण दर 25 फीसदी हो गया है. जबकि टेस्ट कराने वाला हर चौथा व्यक्ति संक्रमित पाया जा रहा है.