चीन में कोरोना (Corona in China) से कोहराम को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि यहां कोविड 19 (covid-19) के सिर्फ एक वेरिएंट (variant) एक्टिव (active) नहीं है बल्कि चार वेरिएंट (four variants) तबाही के लिए जिम्मेदार हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना की नई लहर के लिए जिम्मेदार माने जानेवाले BF.7 वेरिएंट केवल 15 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार है. 50 प्रतिशत मामले बीएन और बीक्यू सीरीज के हैं, वहीं एसवीवी वेरिएंट के 10 से 15 फीसदी मरीज हैं.
एनडीटीवी से खास बातचीत एक्सपर्ट एन के अरोड़ा ने कहा कि चीन में ताजा प्रकोप से घबराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत चीन से सही जानकारी नहीं मिल पाने के कारण सिर्फ एहतियाती कदम उठा रहा है. लेकिन, यह स्पष्ट है कि चीन का प्रकोप वायरस के कॉकटेल के कारण है, जो स्थानीय महामारी साइंस के कारण अलग व्यवहार करते हैं. भारत के संदर्भ में उनका कहना है कि टीकों के जरिए हासिल की गई इम्यूनिटी और, पहली, दूसरी और तीसरी लहर के जरिए बड़े पैमाने पर संक्रमण के जरिए हासिल हाइब्रिड इम्युनिटी से भारत को फायदा हुआ है.