Punjab: खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर, चाचा सुखचैन और तीन अन्य लोगों को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक इनलोगों को गिरफ्तार कर लिया है
आपको बता दें कि सोमवार से अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर ने चेतना मार्च निकालने का आह्वान किया था. ये मार्च अमृतसर समेत 10 लोगों को असम के डिब्रूगढ़ जेल से पंजाब जेल में शिफ्ट करने की मांग को लेकर किया जा रहा है.
इससे पहले डिब्रुगढ़ जेल में बंद अमृतपाल समेत 10 कैदियों के परिजनों ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में भूख हड़ताल भी थी.
अमृतपाल सिंह पंजाब का रहनेवाला है. उसका जन्म 1993 में अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा में हुआ. उसने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई गांव के स्कूल से ही की है. साल 2012 में वो दुबई चला गया था, जहां उसने ट्रांसपोर्ट का कारोबार किया. साल 2021 में वो दुबई से भारत लौटा और खालिस्तानी समर्थक दीप सिद्धू की सड़क हादसे में मौत के बाद 'वारिस पंजाब दे' का प्रमुख बना.
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह सुर्खियों में तब आया जब इस साल 23 फरवरी को उसने बड़ी संख्या में अपने समर्थकों और हथियारों के साथ अजनाला थाने पर दिनदहाड़े हमला बोला. ये हमला उसने अपने एक करीबी लवप्रीत सिंह तूफान को जेल से छुड़ाने के लिए किया था, जिसमें वो कामयाब भी रहा. लेकिन इसके बाद से वो पुलिस-प्रशासन के रडार पर आ गया. अमृतपाल का नाम पिछले साल पंजाब के शिवसेना नेता सुधीर सूरी हत्याकांड में सामने आया था. अमृतपाल पर एनएसए के तहत मामला दर्ज है. इससे अलावा उसके खिलाफ हत्या, अपहरण समेत कई केस हैं. दो मामले अमृतसर के अजनाला थाने में हैं.
30 साल का अमृतपाल सिंह शादीशुदा है. उसने इसी साल 10 फरवरी को अपने पैतृक गांव में एक सादे समारोह में ब्रिटेन की रहने वाली एनआरआई लड़की किरणदीप से शादी की.
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