लोकसभा चुनाव के नतीजों ने पूरे देश को चौंका दिया है.अगर राज्यवर आंकड़ों में पंजाब की लोकसभा सीट की बात करें तो राज्य की 13 लोकसभा सीटों में से 7 सीटों पर कांग्रेस ने और 3 पर आम आदमी पार्टी ने जीत हासिल की है.1 सीट पर शिरोमणि अकाली दल और दो पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है.
पंजाब में सबसे ज्यादा चर्चा दोनों निर्दलीय उम्मीदवारों की हो रही है. एक तरफ खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) तो दूसरी तरफ बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा (Sarabjt Singh Khalsa) की जीत. आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं कि कौन है सरबजीत सिंह खालसा?
फरीदकोट से पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा की जीत के बाद से पंजाब की खडूर साहिब और फरीदकोट सीट लाइमलाइट में बनी हुई है.
सरबजीत सिंह खालसा पूर्व पीएम इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे है.
उन्होंने फरीदकोट से निर्दलीय चुनाव लड़कर जीत हासिल की है.
सरबजीत सिंह को 298062 वोट मिले, उन्होंने 70053 वोटों से जीत दर्ज की.
सरबजीत सिंह ने AAP उम्मीदवार करमजीत अनमोल को हरा दिया.
सरबजीत ने साल 2015 में गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी का मुद्दा उठाकर चर्चा बटोरी थी.
सरबजीत विवादों में इसलिए हैं, क्यों कि वह बेअंत सिंह के बेटे हैं. उनका कहना है कि सिख संगत के कहने पर वह चुनावी मैदान में उतरे.सरबजीत नशा, खराब शिक्षा,
बेरोजगारी समेत अन्य मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में उतरे थे.
सरबजीत सिंह खालसा और अमृतपाल सिंह की जीत के बाद इस बात का डर सताने लगा है कि पंजाब में कहीं अलगाववाद का नया मोर्चा फलने-फूलने तो नहीं लगा.