भारत के दो सबसे बड़े रईस गौतम अडानी (Gautam Adani) और मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) एक बार फिर से आमने सामने आ गए हैं. ये टक्कर अब टेलीकॉम सेक्टर में होने जा रही है. 26 जुलाई को होने वाले 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में गौतम अडानी की एंट्री ने सबको चौंका दिया है.
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बता दें अडानी ग्रुप का इरादा कंज्यूमर मोबिलिटी स्पेस में जाने का नहीं है और कंपनी सपेक्टर्म का इस्तेमाल एयरपोर्ट्स में साइबर सिक्योरिटी, पोर्ट्स, लोजिस्टिक्स और मैन्युफैक्चरिंग के लिए करेगी. लेकिन जानकारों कि माने तो गौतम अडानी टेलिकम्युनिकेशन सेक्टर में बड़ा दांव खेल सकते हैं. यानी आने वाले समय में अडानी ग्रुप की कंज्यूमर मोबिलिटी स्पेस में एंट्री हो सकती है जिसका सीधा फायदा ग्राहकों को मिल सकता है.
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Jefferies Financial Group Inc. के एनालिस्ट्स के अनुसाए अडानी टेलिकम्युनिकेशंस सेक्टर में बड़ा दांव खेल सकते हैं. 2010 में मुकेश अंबानी ने भी इसी तरह टेलिकॉम सेक्टर में एंट्री की थी और आज उनकी कंपनी जियो देश की सबसे बड़ी वायरलेस ऑपरेटर है. जानकारों की माने तो अडानी अपने पर्सनल यूज के लिए स्पेक्ट्रम खरीदना चाहते थे तो वह कैप्टिव नॉन-पब्लिक नेटवर्क परमिट भी ले सकते थे लेकिन उन्होंने महंगी नीलामी का रास्ता चुना. इससे ये अंदेशा ज़रूर लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में अडानी भी टेलीकॉम सेक्टर में एंट्री मार सकते हैं. जिसका सीधा फायदा यूजर्स को ही मिलेगा.