Artificial Intelligence: AI अब ब्रेन यानी हमारे दिमाग को भी स्कैन कर लेगा. एंग्जाइटी और डिप्रेशन (Anxiety and depression) जैसी बीमारियों का पता लगा लेगा. ये दावा किया गया है एक स्टडी में.
सब मानते हैं किआने वाला दौर AI यानी कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence) का है. ये इसलिए भी कहा जा रहा है क्योंकि अब AI हमारे मेंटल हेल्थ (mental health) का भी पता लगाएगा.
नेचर मेंटल हेल्थ जर्नल की एक स्टडी के मुताबिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसअब दिमाग की अनूठी संरचनों का विश्लेषण करके एंग्जाइटी और डिप्रेशन जैसी बीमारियों की पहचान कर सकेगा.
ये स्टडी दुनियाभर के 3500 युवाओं पर की गई. बता दें इस स्टडी में मशीन लर्निंग के जरिये दुनिया भर के अलग-अलग भौगोलिक क्षेत्र में रहने वाले 3500 युवाओं के एक समूह पर कॉर्टिकल थिकनेस, सरफेस एरिया और गहरे मस्तिष्क क्षेत्रों के आयतन की जांच की गई.
इस अध्ययन में, एमएल एल्गोरिदम को ब्रेन इमेजिंग डेटा के रूप में तैयार किया गया जो चिंता विकारों से जुड़े सूक्ष्म पैटर्न को उजागर करता है. खास तौर से, एल्गोरिदम ने उन प्रमुख न्यूरोएनाटॉमिकल विशेषताओं पर ध्यान केंद्रित किया जो एंग्जायटी डिसऑर्डर वाले व्यक्तियों को उन लोगों से अलग करती हैं जिन्हें ये परेशानी नहीं हैं.