अगर आपको Amazon कंपनी में वर्क फ्रॉम होम जॉब्स ऑफर करने का दावा करने वाले मैसेज मिलते हैं तो इसे तुरंत डिलीट कर दें. दिल्ली पुलिस ने साइबर अपराधियों के एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह को एक्सपोज़ किया है, जिन्होंने कथित तौर पर घर से काम करने का फर्जीवाड़ा कर करीब 11,000 लोगों को ठगा था.
इन साइबर ठगों का गिरोह चीन, दुबई में स्थित है और इनका मास्टरमाइंड जॉर्जिया से संचालित करता है. दिल्ली पुलिस अब तक साइबर ठगी से जुड़े तीन लोगों को पकड़ने में कामयाब रही है.
ये भी देखें: Netflix Password: नेटफ्लिक्स का यूजर्स को झटका, पासवर्ड शेयर करने पर देने होने पैसे !
IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, इस सिलसिले में दिल्ली, गुरुग्राम और फतेहाबाद (हरियाणा) में अलग-अलग छापेमारी कर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. उन्होंने आगे कहा कि एक महिला जो पार्ट टाइम नौकरी की तलाश कर रही थी, उसके साथ 1.18 लाख रुपये की ठगी की गई थी.
दरअसल दिल्ली पुलिस को एक शिकायत प्राप्त हुई थी जिसमें एक महिला ने कहा था कि अमेज़ॅन में ऑनलाइन पार्ट-टाइम नौकरी प्रदान करने की आड़ में कुछ अज्ञात स्कैमर्स द्वारा उसके साथ 1.18 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई थी. तथ्यों का पता लगाने के बाद पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है.
स्कैमर्स ने कथित तौर पर लोगों को ठगने के लिए एक टेलीग्राम आईडी का इस्तेमाल किया, आईडी बीजिंग चीन से संचालित की जा रही थी. व्हाट्सएप नंबर, जिसका इस्तेमाल पीड़िता को नकली अमेज़ॅन साइट में निवेश करने के लिए राजी करने के लिए किया गया था, वह भी भारत के बाहर से संचालित किया जा रहा था.
बैंक से प्राप्त विवरणों की जांच के दौरान, यह पाया गया कि एक ही दिन में कुल 5.17 करोड़ रुपये जमा किए गए. आगे की मनी ट्रेल में, यह पता चला कि पूरी राशि को 7 अलग-अलग फर्मों के माध्यम से आगे बढ़ाया गया था. डीसीपी ने कहा, "क्रिप्टो करेंसी के जरिए विदेशी खातों में पैसा डाला गया है."
नौकरी चाहने वालों को आगाह करते हुए डीसीपी ने कहा कि वेबसाइटों को इस तरह से क्यूरेट किया जाता है ताकि यह एक वास्तविक अमेज़ॅन वेबसाइट की तरह दिखे. इस तरह की फर्जी वेबसाइटों को इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया वेबसाइटों पर बड़े पैमाने पर प्रचारित किया जाता है.