अक्सर ऐसे कई मामले सामने आते हैं जब हम सुनते हैं कि किसी का कंप्यूटर हैक हो गया या किसी का सोशल मीडिया अकाउंट या किसी का स्मार्टफोन ही हैक हो गया. क्या आप जानते हैं कि आखिर ये हैकर्स हमारे डिवाइस या सोशल अकाउंट को हैक कैसे करते हैं? इस वीडियो में हम आपको इसी के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
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सबसे पहले बताते हैं कि हैकर्स आपके डिवाइस को हैक कैसे करते हैं. हैकर्स अक्सर हैकिंग के लिए सॉफ्टवेयर की मदद लेते हैं. इसमें हैकर्स आपको फिशिंग मेल्स भेजते हैं जिसमे अगर यूजर किसी लिंक पर क्लिक करता है तो उसके डिवाइस में ट्रोजन मैलवेयर इनस्टॉल हो जाता है. इससे हैकर्स आपके डिवाइस का कंट्रोल ले लेते हैं.
इसके अलावा हैकर्स की लोगर ( Key Logger) की भी सहायता लेते हैं. इसमें आप जो भी बटन दबाते हैं वो हैकर्स के पास पहुँच जाती है. इसे भी लिंक पर क्लिक करवा के आपके सिस्टम में इनस्टॉल करवाया जा सकता है. की लोगर से आपका आईडी और पासवर्ड दोनों हैकर तक पहुँच जाता है.
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अगर आपको लगता है कि किसी ने आपका फोन हैक किया है, तो आप इसका पता बड़ी ही आसानी से लगा सकते हैं. अक्सर हैक होने पर आपके फोन की बैटरी तेजी से खत्म होती है. इसके साथ ही आपका स्मार्टफोन ओवरहीट भी होता है और स्लो काम करता है. इसके अलावा ऐप्स क्रैश होना शुरू हो जाते हैं या फ़ोन भी अपने आप स्विच ऑफ और स्विच ऑन होना शुरू हो जाता है.