भारत सरकार ने Type-C को स्टैंडर्ड केबल बना दिया है. इससे सभी इलेक्ट्रिकल डिवाइस जैसे मोबाइल फोन, लैपटॉप, आदि के लिए अलग अलग चार्जर रखने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स के अनुसार भारत में बिकने वाले स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के लिए Type-C स्टैंडर्ड होगा. इससे चार्जर की संख्या में कमी आएगी और लोग अलग अलग डिवाइस को सिर्फ एक ही चार्जर से चार्ज कर पाएंगे.
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BIS ने आगे कहा कि इससे भारत सरकार को ई-वेस्ट को कम करने में मदद मिलेगी. बता दें अभी अलग अलग चार्जिंग पोर्ट्स के चलते कंज्यूमर्स को अलग-अलग चार्जर की जरूरत पड़ती है. इससे अलग से चार्जर लेने के कारण कंज्यूमर का खर्चा तो बढ़ता ही है, इसके अलावा घर में ई-वेस्ट भी बढ़ता है.
दुनियाभर के कई देश इसी दिशा में काम कर रहे हैं. हाल ही में यूरोपियन यूनियन ने Type-C केबल को स्टैंडर्डाइज करने के लिए ऑर्डर पास किया है.
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