6 लाख भारतीयों का पर्सनल डेटा लीक हो गया है. यह डेटा बॉट मार्किट में बेचा जा रहा है. यह सिर्फ भारत का मामला नहीं है. पूरी दुनिया में कम से कम 50 लाख लोगों के संवेदनशील डेटा को हैक कर बॉट्स मार्किट में बेच दिया गया है. इनमे से लगभग 12 प्रतिशत डेटा भारतीय यूजर्स का है.
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नॉर्डवीपीएन की रिपोर्ट के अनुसार यूजर्स के लॉगिन डिटेल्स, कुकीज़, डिजिटल फिंगरप्रिंट, स्क्रीनशॉट और अन्य जानकारी चोरी करके बोट्स मार्केट में बेच दिया गया है. हैकर्स ने एक व्यक्ति की डिजिटल पहचान को 5.95 डॉलर यानि करीब 490 रुपये में बेचा है.
बॉट मार्केट क्या है?
सरल शब्दों में, यह ऑनलाइन मार्केटप्लेस है जहां हैकर्स चोरी किए गए डेटा को बेचते हैं. विक्टिम को लक्षित किया जाता है और बॉट मालवेयर का उपयोग करके उनकी डिजिटल पहचान और जानकारी को हैक किया जाता है.
पहले AIIMS में हुआ था साइबर अटैक
रिपोर्ट भारत के लिए खतरे की घंटी है, क्योंकि देश पहले से ही गंभीर साइबर सुरक्षा मुद्दों से निपट रहा है। हाल ही में, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के कई सर्वर कई दिनों तक चलने वाले कई रैंसमवेयर हमलों के कारण डाउन हो गए थे. बताया जा रहा है कि हैकर्स ने रैंसमवेयर अटैक में लाखों मरीजों की निजी जानकारियों प्राप्त कर ली हैं.
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