भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने आधार के लिए एक नया सिक्योरिटी मैकेनिज्म पेश किया है. इसके तहत अब फिंगरप्रिंट को ऑथेंटिकेट करने के लिए फिंगरप्रिंट के साथ फिंगर इमेज की भी जरूरत होगी. UIDAI ने स्पूफिंग के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए नया सिक्योरिटी मैकेनिज्म शुरू किया है.
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बता दें ये आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (AI/ML) आधारित सिक्योरिटी मैकेनिज्म है जिसे इन-हाउस विकसित किया गया है. UIDAI का कहना है कि ये ड्यूल सिक्योरिटी आधार बेस्ड पेमेंट्स और पहचान स्थापित करने के तरीके को और ज्यादा सिक्योर बनाएगा.
UIDAI के अनुसार यह फीचर बैंकिंग और वित्तीय, दूरसंचार और सरकारी क्षेत्रों जैसे क्षेत्रों में अत्यधिक उपयोगी होने की उम्मीद है. यह आधार-बेस्ड भुगतान प्रणाली को मजबूत करेगा और बेईमान तत्वों द्वारा दुर्भावनापूर्ण प्रयासों पर अंकुश लगाएगा.